भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ग्राम पंचायत छतौना
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा ग्राम पंचायत छतौना
बिलासपुर (the chhattisgarh live.com)। कोरोना काल में सरपंच-पति एवं ग्राम सचिव द्वारा मिलिभग कर भ्रष्टाचार करने का मामला प्रकश में आया है जहां ग्रामवासियों को धोखे में रख,ग्राम पंचायत के कोविड मद से प्राप्त लाखों रूपये का गबन करने का जो खेल किया गया है उसका तो भगवान ही मालिक है। प्रकाशित मामले में सूक्ष्मता से जांच की जाए तो पूरे सरपंच कार्यकाल मेें सरपंच-पति एवं पूर्व ग्राम सचिव के बहुत सारे भ्रष्टाचार सामने आ जायेंगा।
ज्ञात हो कि तखतपुर जनपद अंतर्गत आनेवाले ग्राम पंचायत छतौना जो कि अपने डोलोमाईन्स खदान के लिए प्रसिद्व है जहां शासन द्वारा ग्राम विकार के लिए गौड़ खनिज़ मद का करोड़ो रूपये सालाना दिया जाता है। वही विश्वव्यापी कोरोना माहमारी के समय सरपंच श्रीमती दुर्गा साहू के पति पूर्व सरपंच रमेश साहू एवं पूर्व ग्राम सचिव द्वारा मिलीभगत कर ग्राम पंचायत में कोरोना कार्यकाल में विभिन्न कार्यो के लिए लाखो रूपये की कोविड मद की राशि आहरित की गई है।
प्राप्त दस्तावेजों के अनुसार कोविड-19 काल में ही लाखो का व्यारा-न्यारा स्पष्ट दिखाई दे रहा है जिसमे सरपंच कहे या सरपंच-पति ने पूर्व सचिव के साथ मिलीभगत कर प्रवासीयों के भोजन, टेंट, खाद्वय सामग्री,पानी टंकी की सफाई,सेनेटाईजर मास्क, लकड़ी, प्रचार-प्रसार, स्वास्थ्य शिविर, वेतन सम्बंधित सभी दायित्व के पैसों में भारी-भरकम बिल लगाकर लाखो रुपये का आर्थिक गबन किया जाना प्रतीत होता है जबकि ग्राम पंचायत छतौना में ही सलाना आय (गौड़ खनिज मद) से करोड़ो रूपये तक है जिसका मुख्य कारण ग्राम पंचायत में डोलोमाइन्स की प्राकृतिक सम्पदा है जिस बाबत शासन से ग्राम एवं ग्रामवासियों के विकास के लिए मिलने वाली राशि पर्याप्त से अधिक है जहाँ सालो से कुंडली मार कर बैठे सरपंच-पति के काले कारनामो और भ्रष्टाचार ने ग्राम पंचायत को खोखला कर रखा है।
पूर्व ग्राम सरपंच रमेश साहू की पत्नी श्रीमती दुर्गा साहू जो कि वर्तमान सरपंच है जिन्होंने पति के आगे समर्पित होते हुए सरपंच का अधिकार पती को दे रखा है जो अपनी मनमर्जी से समूचे पंचायत को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रखा है। देखना ये है कि शासन-प्रशासन ऐसे भ्रष्टाचारी सरपंच-पति के ऊपर कार्यवाही करते है या आंखे बंद कर तमाशबीन बने रहते है।
पूर्व सरपंच रमेश साहू
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